गर्मी से राहत पाने के लिए आज लगभग हर घर, ऑफिस और गाड़ी में एयर कंडीशनर (AC) का इस्तेमाल आम हो गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि AC की ठंडी और सुखी हवा आपकी सेहत पर चुपचाप हमला कर रही है? विशेषज्ञों के मुताबिक, लंबे समय तक AC में रहने से कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
हाइलाइट्स: AC से होने वाले खतरे
- म्यूकस मेम्ब्रेन सूखने से इंफेक्शन का खतरा
- सांस संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं
- स्किन और आंखों में ड्रायनेस
- ज्वाइंट पेन और थकान की शिकायत
- इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है
1. म्यूकस मेम्ब्रेन पर असर: सबसे बड़ा खतरा
AC की ठंडी हवा में नमी नहीं होती, जिससे नाक, गले और फेफड़ों की म्यूकस मेम्ब्रेन सूखने लगती है।
डॉ. विशाल अग्रवाल, ENT विशेषज्ञ के अनुसार:
“म्यूकस मेम्ब्रेन हमारे शरीर की पहली सुरक्षा परत होती है। इसके सूखने पर बैक्टीरिया और वायरस आसानी से शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।”
2. स्किन और आंखों की नमी छीन लेता है AC
AC वातावरण की नमी को खींच लेता है, जिससे स्किन रूखी और बेजान हो जाती है। आंखों में जलन, खुजली और ड्रायनेस आम समस्या है — खासकर जो लोग लंबे समय तक AC ऑफिस या गाड़ी में रहते हैं।
3. थकान और ज्वाइंट पेन: कम तापमान का असर
ठंडी हवा मांसपेशियों और जोड़ों को प्रभावित करती है। कई लोग सुबह उठते समय या दिनभर बैठे रहने के बाद ज्वाइंट पेन या लो बैक पेन की शिकायत करते हैं।
4. इम्यून सिस्टम पर असर
लगातार एसी में रहने से शरीर का तापमान नियंत्रण प्रणाली गड़बड़ा जाती है और इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है, जिससे सर्दी, खांसी, गले में खराश और बुखार जल्दी पकड़ लेते हैं।
डॉक्टरों की सलाह – कैसे करें सुरक्षित इस्तेमाल?
क्या करें | क्या न करें |
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कमरे में ह्यूमिडिफायर या पानी रखें | AC का तापमान 20 डिग्री से नीचे न रखें |
दिन में 2-3 बार गरारे करें | पूरी रात लगातार AC न चलाएं |
खूब पानी पिएं | सीधे AC की हवा में न बैठें |
थोड़ी-थोड़ी देर में खिड़की खोलें | नमी को पूरी तरह न उड़ने दें |
निष्कर्ष: AC का इस्तेमाल करें लेकिन समझदारी से
AC आपकी गर्मी से राहत तो देता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल से ये राहत आपकी सेहत पर बोझ बन सकती है। सही तापमान, ह्यूमिडिटी और समय की समझ के साथ AC का उपयोग करें, ताकि आप ठंडी हवा का आनंद भी ले सकें और बीमारियों से बचे भी रहें।
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